नई दिल्ली: भारतीय राजनीति के क्षितिज पर एक नए और प्रभावशाली सितारे का उदय हुआ है – प्रिया सरोज। मात्र 25 साल की उम्र में अपनी प्रखर बुद्धि, कानूनी ज्ञान और राजनीतिक विरासत के दम पर लोकसभा तक का सफर तय करने वाली प्रिया आज देश की लाखों युवा महिलाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत बन गई हैं। हाल ही में क्रिकेटर रिंकू सिंह के साथ अपनी सगाई को लेकर चर्चा में आईं प्रिया की पहचान सिर्फ इतनी ही नहीं है। आइए जानते हैं भारत की सबसे युवा सांसदों में से एक, प्रिया सरोज के जीवन और उनके अब तक के सफर के बारे में।
प्रारंभिक जीवन और पारिवारिक पृष्ठभूमि
प्रिया सरोज का जन्म एक ऐसे परिवार में हुआ जहाँ राजनीति और समाज सेवा की बातें घर के माहौल में ही शामिल थीं। उनके पिता, श्री तूफानी सरोज, उत्तर प्रदेश की राजनीति का एक जाना-माना नाम हैं। तूफानी सरोज खुद तीन बार सांसद रह चुके हैं और वर्तमान में विधायक के तौर पर जनता की सेवा कर रहे हैं। ऐसे में प्रिया को राजनीति की समझ और लोगों के प्रति सेवा का भाव विरासत में मिला।
- पिता: तूफानी सरोज (वरिष्ठ नेता, समाजवादी पार्टी)
- पृष्ठभूमि: राजनीतिक और सामाजिक रूप से सक्रिय परिवार
शिक्षा और कानूनी करियर
राजनीतिक परिवार से होने के बावजूद, प्रिया ने अपनी शिक्षा को पहली प्राथमिकता दी। उन्होंने अपनी अकादमिक यात्रा दिल्ली से पूरी की, जो उनके दृढ़ संकल्प को दर्शाती है।
- स्कूली शिक्षा: उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई दिल्ली के प्रतिष्ठित एयर फ़ोर्स गोल्डन जुबली इंस्टिट्यूट से पूरी की।
- उच्च शिक्षा: इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
- कानूनी पढ़ाई: कानून के क्षेत्र में अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, प्रिया ने नोएडा की एमिटी यूनिवर्सिटी से एलएलबी (LLB) की डिग्री हासिल की।
अपनी कानून की पढ़ाई पूरी करने के बाद, प्रिया सरोज ने भारत के सर्वोच्च न्यायालय, यानी सुप्रीम कोर्ट, में एक वकील के तौर पर प्रैक्टिस शुरू की। यहाँ उन्होंने कानूनी दांव-पेंचों की बारीकियां सीखीं, जिसने उनके तार्किक और मुखर व्यक्तित्व को और निखारा।
राजनीति में प्रवेश और ऐतिहासिक जीत
अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए और समाज में जमीनी स्तर पर बदलाव लाने की इच्छा के साथ प्रिया सरोज ने सक्रिय राजनीति में कदम रखा। समाजवादी पार्टी ने उनकी क्षमता को पहचानते हुए उन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की मछलीशहर (जौनपुर) सीट से अपना उम्मीदवार बनाया।
- चुनाव अभियान: अपने चुनाव प्रचार के दौरान, प्रिया ने अपनी सादगी, स्पष्ट भाषण शैली और जनता से सीधे जुड़ने की कला से सभी को प्रभावित किया। उन्होंने युवाओं और महिलाओं से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाया।
- ऐतिहासिक नतीजा: चुनाव के नतीजे आए तो प्रिया सरोज ने एक बड़ी जीत दर्ज की। मात्र 25 साल की उम्र में वह लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुँचने वाली सबसे युवा नेताओं में से एक बन गईं।
निजी जीवन
राजनीति और कानून के गंभीर माहौल से इतर, प्रिया का निजी जीवन हाल ही में तब सुर्खियों में आया जब उनकी सगाई भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज रिंकू सिंह के साथ हुई। 8 जून, 2025 को लखनऊ में हुए एक समारोह में इस जोड़ी ने एक-दूसरे को अंगूठी पहनाई। क्रिकेट और राजनीति के इस संगम ने उन्हें देश की सबसे चर्चित ‘पावर जोड़ी’ में से एक बना दिया है।
एक वकील से लेकर एक सांसद तक, प्रिया सरोज का अब तक का सफर बेहद प्रभावशाली रहा है। उनकी कहानी यह साबित करती है कि यदि इरादे मजबूत हों, तो युवा कंधों पर भी बड़ी जिम्मेदारियां उठाई जा सकती हैं और सफलता की नई इबारत लिखी जा सकती है।